अखबारों के अधिकांश पाठक श्री बलबीर पुंज के नाम और उनके लेखन से परिचित है। प्रख्यात विचारक और चिंतक बलबीर पुंज, एक दशक के अधिक के समय तक, 1997-98 से लेकर 2009-10 के महत्वपूर्ण कालखंड में भारतीय जनता पार्टी के बौद्धिक प्रकोष्ठ के संयोजक भी रहे। यह काफी महत्वपूर्ण काल था, जब भाजपा ने अपने वैचारिक अधिष्ठान पर उस भवन की नींव रखी, जिस पर पार्टी और सरकार का परचम आज पूरे देश में लहरा रहा है।
श्री पुंज का जन्म 2 अक्टबूर 1949 को पंजाब के गुरुदासपुर जिले में हुआ। चूंकि परिवार दिल्ली में था, इसलिए उन्होंने शिक्षा-दीक्षा देश की राजधानी दिल्ली से ही ग्रहण की। बाल्यकाल में ही श्री पुंज राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े और कॉलेज जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय कार्यकर्ता भी रहे। श्री पुंज ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की दिल्ली ईकाई में प्रदेश मंत्री, प्रदेश महामंत्री जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का भी निर्वाहन किया।
पत्रकारिता के क्षेत्र में श्री पुंज ने राष्ट्रवादी अंग्रेजी समाचारपत्र मदरलैंड से पदार्पण किया, उस समय अधिकतर अंग्रेजी समाचारपत्रों पर वामपंथियों का खासा प्रभाव था। लेखन कार्य के साथ-साथ श्री पुंज की नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट (एन.यू.जे.) में भी महत्वपूर्ण सहभागिता रही। उन्होंने एन.यू.जे. में उपाध्यक्ष और महामंत्री का पद भी संभाला।
एक कुशल पत्रकार के रुप में श्री पुंज ने 25 वर्षों तक इंडियन एक्सप्रेस समूह में कार्य किया। और 1995 में फाइनेंशियल एक्सप्रेस में सीनियर एडिटर के पद से त्यागपत्र देकर ऑब्जर्वर ऑफ बिजनेस एंड पॉलिटिक्स में बतौर कार्यकारी संपादक के रुप में कार्य किया। 1998 में भारत सरकार ने श्री पुंज को भारतीय जन संचार संस्थान (Indian Institute of Mass Communication) (I.I.M.C.) के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया।
वर्ष 2000-2006 तक उत्तरप्रदेश और 2008-2014 तक ओडिशा से भाजपा सांसद के रुप में राज्यसभा की कार्यवाही में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भाजपा संगठन में भी उनकी महती भूमिका रही। उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय मंत्री और अखिल भारतीय उपाध्यक्ष पद को भी सुशोभित किया। पार्टी ने श्री पुंज को केरल, पंजाब, गुजरात और हिमाचल प्रदेश जैसे महत्वपूर्ण प्रदेशों का प्रभारी भी नियुक्त किया।
पिछले दो दशकों से अधिक समय से श्री पुंज निर्भिकता के साथ राष्ट्रीय राजनीति और आर्थिक विषयों पर देश के कई महत्वपूर्ण समाचारों और पत्रिकाओं में स्वतंत्र लेखन करते है। श्री पुंज का दैनिक जागरण, जो लगभग 40 लाख प्रतियों की औसत दैनिक बिक्री के साथ प्रिंट मीडिया का सरताज बना हुआ है, उसमें उनका बहुत लोकप्रिय कॉलम प्रकाशित होता है। पंजाब केसरी जालंधर के सभी संस्करण हिंदी, पंजाबी और उर्दू- में उनका हर सप्ताह लेख प्रकाशित होता है। अंग्रेजी समाचारपत्र पॉयनियर, और न्यू इंडियन एक्सप्रेस में स्तंभ खासा लोकप्रिय है। समय-समय पर श्री पुंज जी के लेख इंडियन एक्सप्रेस, टाइम्स ऑफ इंडिया, मेल टुडे जैसे समाचारपत्रों और आउटलुक जैसी पत्रिकाओं में भी नियमित रुप से प्रकाशित होते है।